बच्चे देश का भविष्य हैं-Sunita
9:21:00 PM
आजकल परीक्षाओं का दौर है-बच्चे तनाव ग्रस्त भी हैं और संकल्प रत भी।किंतु बड़ा आश्चर्य तब होता है, जब अभिभावक बच्चों से
पाँचों उंगलियाँ एक समान नहीं।
अधिक चिंतित औऱ परेशान
रहते हैं।बच्चों से बढती अपे-
क्षाएं एवं निरंतर ख़र्च होता धन उनपर अनावश्यक दवाब बनाने लगता है,परिणाम स्व-रूप किशोर तनाव ग्रस्त हो
जाते हैं। इन दिनों अभिभावकों की विशेष ज़िम्मेदारी बनती
है कि वे ईमानदारी के साथ
बच्चों की योग्यता को स्वीकारें। उनकी सफलता पर ग्रह, गण औऱ आई क्यू
सम्मिलित रूप से प्रभाव
डालते हैं। फिर उन पर अतिरिक्त दवाब बेमानी है।
बच्चों की तुलना बेहद घातक
हो सकती है।इस समय उनको अतिरिक्त संभाल,
प्यार औऱ स्नेह की ज़रूरत
है। आपका प्रयास उनका
मनोबल बढ़ा सकता है। बच्चे देश का भविष्य हैं औऱ
जीवन का आधार भी।
Sunita Jain
(Editor)
The Chandra Times
www.chandratimes.in
0 comments